मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र – 139 स्थल – मुफ्त तीर्थयात्रा | CM Tirtha Darshan
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना बहुत महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत, राज्य के 139 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थयात्रा मिलती है।
मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका देती है।
मुख्य बिंदु
- महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
- राज्य के 139 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थयात्रा का लाभ
- योजना का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा करने का अवसर प्रदान करना
- महाराष्ट्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में योजना की महत्वपूर्ण भूमिका
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक उपयोगी और सराहनीय पहल
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना क्या है?
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर मुफ़्त यात्रा करने का मौका देती है। सरकार लाभार्थियों के लिए सफर, टिकट, भोजन और प्रवास का खर्च वहन करती है।
योजना की अवधारणा
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक अनुभव देना है। चुने गए लाभार्थियों को महाराष्ट्र के धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका मिलता है। इससे उनका मानसिक और भावनात्मक कल्याण होता है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक पर्यटन का अनुभव देना है। यह योजना राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा देती है। वरिष्ठ नागरिक अपने धार्मिक मूल्यों को संजोए रखते हैं और पर्यटन क्षेत्र को गति मिलती है।
योजना के तहत कवर किए गए स्थल
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने महाराष्ट्र के 139 प्रमुख धार्मिक स्थलों को कवर किया है। इसमें हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई और मुस्लिम धर्म के स्थल शामिल हैं।
इनमें विट्ठल मंदिर (पांढरपुर), श्री सिद्धिविनायक मंदिर (मुंबई), और श्री अक्षरधाम मंदिर (मुंबई) जैसे प्रसिद्ध स्थल हैं। भीमासंकर मंदिर (पुणे) और एलोरा और अजंता गुफाएं (औरंगाबाद) भी इसमें शामिल हैं।
योजना के तहत कवर किए गए स्थलों की विस्तृत सूची इस प्रकार है:
- विट्ठल मंदिर (पांढरपुर)
- श्री सिद्धिविनायक मंदिर (मुंबई)
- श्री अक्षरधाम मंदिर (मुंबई)
- भीमासंकर मंदिर (पुणे)
- एलोरा गुफाएं (औरंगाबाद)
- अजंता गुफाएं (औरंगाबाद)
इस योजना के तहत शामिल धार्मिक स्थल महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को दिखाते हैं। वे राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत कवर किए गए प्रमुख धार्मिक स्थल महाराष्ट्र की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करते हैं।
प्रमुख धार्मिक स्थल
महाराष्ट्र में 139 प्रमुख धार्मिक स्थलों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से कवर किया गया है। इनमें से कुछ प्रमुख स्थल हैं:
- विट्ठल मंदिर (पांढरपुर)
- श्री सिद्धिविनायक मंदिर (मुंबई)
- श्री अक्षरधाम मंदिर (मुंबई)
- भीमासंकर मंदिर (पुणे)
- औरंगाबाद के एलोरा और अजंता गुफाएं
- ज्ञानेश्वर मंदिर (आल्हंद)
- वारकरी संप्रदाय के प्रमुख केंद्र
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत लोग इन प्रमुख धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकते हैं। यह योजना लोगों को महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा करने का मौका देती है।
“मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने लोगों को अपने धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का अवसर प्रदान किया है।”
योजना का लाभ
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र के वरिष्ठ नागरिकों को बहुत कुछ देती है। यह योजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देती है। इसका उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के मानसिक और भावनात्मक कल्याण को सुनिश्चित करना है।
योजना के मुख्य लाभ हैं:
- वरिष्ठ नागरिकों को महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर मुफ्त यात्रा का मौका देती है।
- उनका मानसिक और भावनात्मक कल्याण करती है, जिससे वे जीवन में नई ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करते हैं।
- धार्मिक-सांस्कृतिक अनुभव देकर उनका जीवन रिच और सार्थक बनाती है।
- राज्य के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होता है।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ पूरे महाराष्ट्र के लिए बहुत लाभप्रद है।
“मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में नई उमंग और आध्यात्मिक शांति भर दी है। यह योजना उनके मानसिक एवं भावनात्मक कल्याण के लिए वरदान साबित हुई है।”
पात्रता मानदंड
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए, आवेदक को कुछ नियमों का पालन करना होता है। ये नियम ही इस योजना को पूरा करने के लिए आवश्यक हैं।
आवेदक की उम्र
योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए, आवेदक की उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
स्थायी निवासी
आवेदक को महाराष्ट्र में स्थायी निवासी होना चाहिए। इसका मतलब है कि उसका मूल निवास स्थान महाराष्ट्र में होना चाहिए।
आय सीमा
योजना के लिए, आवेदक की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन दो तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों का उपयोग किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए, सरकार की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
योग्य आवेदक निम्नलिखित विधियों का उपयोग करके आवेदन कर सकते हैंः
- मोबाइल ऐप के माध्यम से
- सरकारी वेबसाइट के माध्यम से
- आवेदन सुविधा केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।
पात्र लाभार्थियों को उपरोक्त विधि के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा, यदि लाभार्थी ऑनलाइन आवेदन जमा करने में सक्षम नहीं हैं, तो उनके लिए आवेदन भरने की सुविधा है।
“मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जैसी पहलें लोगों के लिए बहुत लाभदायक हैं और उनके धार्मिक और आध्यात्मिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।”
Maharashtra Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana की सफलता
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय हो गई है। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका देती है। सरकार की यह पहल बहुत अच्छी है।
लाभार्थियों की संख्या बढ़ रही है। यह योजना की सफलता का प्रमाण है।
लोगों की प्रतिक्रिया
लोग मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की बहुत सराहना कर रहे हैं। वे इसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अच्छा कदम मानते हैं।
योजना के तहत कई लोगों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। वे इस पहल की सराहना कर रहे हैं।
“मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने मुझे अपने धार्मिक स्वप्न को पूरा करने का मौका दिया। मैं इस पहल के लिए राज्य सरकार का आभारी हूं।”
इसके अलावा, कई लोग इस योजना को एक उदाहरणीय पहल बताते हैं। वे कहते हैं कि यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई लाभ प्रदान करती है।
धार्मिक पर्यटन की महत्ता
महाराष्ट्र सरकार वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक यात्रा का मौका दे रही है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। यह उनके मानसिक और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है।
धार्मिक स्थलों पर जाने से व्यक्ति को कई फायदे होते हैं। यह उनके अंदर शांति लाता है और सकारात्मक दृष्टिकोण देता है। ये यात्राएं उनके मनोबल को भी बढ़ाती हैं।
Maharashtra Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वरिष्ठ नागरिकों को लाभ हुआ है। राज्य की आर्थिक वृद्धि में भी योगदान हुआ है।
“मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आशीर्वाद साबित हुई है। यह उनकी धार्मिक और आध्यात्मिक जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।”
इसलिए, धार्मिक पर्यटन का महत्व बहुत बड़ा है। यह व्यक्ति के विकास में मदद करता है। राज्य के विकास में भी योगदान देता है।
सरकार की अन्य पहल
महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अलावा कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से कुछ प्रमुख पहलें हैं:
- ‘सन्मान’ योजना: इस योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को हर महीने पेंशन मिलती है।
- ‘आदर्श वृद्धाश्रम’ योजना: यह योजना वृद्धाश्रमों को बेहतर बनाने पर केंद्रित है।
- ‘सहाय’ योजना: इस योजना के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा मिलता है।
इन सरकार की अन्य पहल से वरिष्ठ नागरिकों को बहुत लाभ हुआ है। उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार आया है। यह सब Maharashtra Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana की सफलता को और भी बढ़ाता है।
“इन योजनाओं ने वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को काफी बेहतर बना दिया है। हम सरकार के इन प्रयासों का आभारी हैं।”
– जयंत कुमार, एक वरिष्ठ नागरिक
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र सरकार की एक अच्छी पहल है। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए है। उन्हें महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर मुफ्त यात्रा का मौका देती है।
इस योजना से उनका मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य सुधरा। यह योजना राज्य के धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देती है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने वरिष्ठ नागरिकों को कई फायदे दिए हैं। उन्हें धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका मिला। इससे उनका मनोबल बढ़ा।
इसने राज्य के धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया। यह समग्र प्रभाव में देखा जा सकता है।
सरकार की इस पहल से वरिष्ठ नागरिकों को काफी फायदा हुआ है। यह योजना उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाती है।
इसने राज्य के धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया। इसलिए, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना एक प्रशंसनीय और सफल पहल है।
FAQ – Maharashtra Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
क्या मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना क्या है?
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना महाराष्ट्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को 139 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर मुफ्त यात्रा का मौका देती है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को महाराष्ट्र के धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका देना है। यह उन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव देता है। साथ ही, यह राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा देती है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत कौन-कौन से धार्मिक स्थल शामिल हैं?
इस योजना के तहत महाराष्ट्र के 139 धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है। इसमें हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई और मुस्लिम धर्म के स्थल शामिल हैं। विट्ठल मंदिर, श्री सिद्धिविनायक मंदिर, औरंगाबाद के एलोरा और अजंता गुफाएं जैसे प्रमुख स्थल हैं।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के क्या लाभ हैं?
इस योजना के मुख्य लाभ हैं: 1. वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त यात्रा का मौका। 2. उनका मानसिक और भावनात्मक कल्याण। 3. धार्मिक-सांस्कृतिक अनुभव। 4. राज्य के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए क्या पात्रता मानदंड हैं?
इस योजना में लाभ पाने के लिए कुछ शर्तें हैं। आवेदक की आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। वह महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए और आय 3 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम होनी चाहिए। आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की सफलता को कैसे देखा जा सकता है?
लोग इस योजना की सराहना कर रहे हैं। यह सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या बढ़ रही है। लोग इसे मुख्यमंत्री का एक अच्छा कदम मानते हैं।
धार्मिक पर्यटन की महत्ता क्या है?
धार्मिक पर्यटन व्यक्ति के मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक अनुभव प्रदान करती है। यह उनके मनोबल को बढ़ाती है और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देती है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अलावा सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए कौन-कौन सी अन्य पहल की हैं?
सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई पहल की हैं। ‘सन्मान’ योजना में वरिष्ठ नागरिकों को मासिक पेंशन मिलती है। ‘आदर्श वृद्धाश्रम’ योजना वृद्धाश्रमों को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। ‘सहाय’ योजना में वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिलता है।
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत चुने गए महाराष्ट्र के 66 तीर्थ स्थलों की सूची
स्थल | स्थल |
---|---|
सिद्धिविनायक मंदिर | सेंट जॉन द बॅप्टिस्ट चर्च, मरोळ |
मॅगेन डेव्हिड सिनेगॉग, भायखळा | मयुरेश्वर मंदिर, मोरगाव |
महालक्ष्मी मंदिर | गोदीजी पार्श्वत मंदिर |
सेंट जॉन द बॅप्टिस्ट चर्च | चिंतामणी मंदिर, थेऊर |
चैत्यभूमी दादर | नेसेट एलियाहू सिनेगॉग, फोर्ट |
अग्यारी | गिरिजात्मज मंदिर, लेण्याद्री |
माउंट मेरी चर्च (वांद्रे) | शार हरहमीम सिनेगॉग, मस्जिद भंडार |
जोतिबा मंदिर | महागणपती मंदिर, रांजणगाव |
मुंबादेवी मंदिर | भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खेड |
संत तुकाराम महाराज समाधी मंदिर | खंडोबा मंदिर, जेजुरी |
वाळकेश्वर मंदिर, मलबार हिल | संत चोखामेळा समाधी, पंढरपूर |
महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापूर | संत ज्ञानेश्वर समाधी मंदिर, आळंदी |
विश्व विपश्यना पॅगोडा गोराई | संत सावतामाळी समाधी मंदिर अरण |
जैन मंदिर, कुंभोज | गुरु गोविंद सिंग समाधी, हजूर साहिब, नांदेड |
चर्च ऑफ अवर लेडी ऑफ हेल्थ | विठोबा मंदिर, पंढरपूर |
रेणुका देवी मंदिर, माहूर | खंडोबा मंदिर, मालेगाव |
सेंट अँड्र्यू चर्च (वांद्रे) | शिखर शिंगणापूर |
श्री संत नामदेव महाराज देवस्थान | उब्रज ता. कंधार |
सेंट जॉन द बॅप्टिस्ट चर्च (अंधेरी) | तुळजा भवानी मंदिर, तुळजापूर |
संत एकनाथ समाधी, पैठण | घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, वेरूळ |
जैन स्मारके, एलोरा लेणी | विघ्नेश्वर मंदिर, ओझर |
संत निवृत्तीनाथ समाधी, त्र्यंबकेश्वर | त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर, त्र्यंबकेश्वर |
मुक्तीधाम | सप्तशृंगी मंदिर, वणी |
काळाराम मंदिर | जैन मंदिरे, मांगी-तुंगी |
गजपंथ | संत साईबाबा मंदिर, शिर्डी |
सिद्धिविनायक मंदिर, सिद्धटेक | शनी मंदिर, शनी शिंगणापूर |
श्रीक्षेत्र भगवानगड, पाथर्डी | बल्लाळेश्वर मंदिर, पाली |
संत गजानन महाराज मंदिर, शेगाव | एकवीरा देवी, कार्ला |
श्री दत्त मंदिर, औदुंबर | केदारेश्वर मंदिर |
वैजनाथ मंदिर, परळी | पावस |
गणपतीपुळे | मार्लेश्वर मंदिर |
महाकाली देवी | श्री. काळेश्वरी उर्फ काळुबाई मंदिर |
अष्टदशभुज (रामटेक) | दीक्षाभूमी |
चिंतामणी (कळंब) |
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत चुने गए देश के 73 तीर्थ स्थलों की सूची
स्थल | स्थल |
---|---|
वैष्णो देवी मंदिर | यमुनोत्री मंदिर, उत्तरकाशी |
कामाख्यादेवी मंदिर | महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन |
अमरनाथ गुहा | बैद्यनाथ धाम, देवघर |
गुवाहाटी | ओंकारेश्वर मंदिर, ममलेश्वर मंदिर खंडवा, ब्रह्मपुरी |
सुवर्ण मंदिर | काशी विश्वनाथ मंदिर |
महाबोधी मंदिर | श्री रंगनाथस्वामी मंदिर |
अक्षरधाम मंदिर | वाराणसी |
रणकपूर मंदिर, पाली | गोमटेश्वर मंदिर |
श्री दिगंबर जैन लाल मंदीर | इस्कॉन मंदिर, वृंदावन |
अजमेर दर्गा | विरुपाक्ष मंदिर, हम्पी |
श्री लक्ष्मीनारायण मंदीर | श्रीराम मंदिर, अयोध्या |
सोमनाथ मंदिर, वेरावळ | चेन्नकेशव मंदिर, बेलूर |
बद्रीनाथ मंदीर | सूर्य मंदिर, कोणार्क |
द्वारकाधीश मंदिर, द्वारका | अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर, होरानाडू |
गंगोत्री मंदीर (उत्तरकाशी) | श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी |
नागेश्वर मंदिर, द्वारका | महाबळेश्वर मंदिर, गोकर्ण |
केदारनाथ मंदीर | लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर |
सांची स्तूप | भूतनाथ मंदिर, बदामी |
नीलकंठ महादेव मंदीर | मुक्तेश्वर मंदिर, भुवनेश्वर |
खजुराहो मंदिर | मुरुडेश्वर मंदिर, मुरुडेश्वर |
आयहोल दुर्गा मंदिर | कांचीपुरम मंदिर, कांचीपुरम |
रंगनाथस्वामी मंदिर, त्रिची | अरुणाचलेश्वर मंदिर |
श्रीकृष्ण मंदिर, उडुपी | कैलासनाथ मंदिर, कांचीपुरम |
एकंबरेश्वर मंदिर, कांचीपुरम | सारंगपानी मंदिर, कुंभकोणम |
वीर नारायण मंदिर, बेलावडी | किनारा मंदिर, महाबलीपुरम |
मुरुगन मंदिर, तिरुचेंदूर | श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर |
तिरुपती बालाजी मंदिर | गुरुवायूर मंदिर, गुरुवायूर |
वडक्कुन्नाथन मंदिर, त्रिशूर | अटुकल भगवती मंदिर |
मल्लिकार्जुन मंदिर, श्रीशैलम | पार्थसारथी मंदिर, अरनमुला |
शबरीमाला मंदिर | श्रीकृष्ण मंदिर, गुरुवायूर |
बृहदीश्वर मंदिर, तंजावर | थिरुनेल्ली मंदिर, वायनाड |
वैकोम महादेव मंदिर, वर्कला | तिरुवल्ला मंदिर, तिरुवल्ला |
मीनाक्षी मंदिर, मदुराई | शिवगिरी मंदिर, वर्कला |
श्री सम्मेद शिखरजी | शत्रुजय हिल |
रामनाथस्वामी मंदिर | गिरनार |
देवगड | पावापुरी |
रणकपूर | दिलवाडा टेंम्पल |
उदयगिरी |
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